Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि जून 2026 तक बुलेट ट्रेन का ट्रायल हो जाएगा और अगस्त 2027 से ट्रेन दौड़ने लगेगी

Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि जून 2026 तक बुलेट ट्रेन का ट्रायल हो जाएगा और अगस्त 2027 से ट्रेन दौड़ने लगेगी

Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: राजेंद्र ने भारत में जापान के राजदूत हिरोशी सुजुकी के साथ सूरत में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट स्थल का दौरा किया। एक लाख आठ हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना की लागत का 81 प्रतिशत हिस्सा जापान दे रहा है। किंतु ऐसे कई कल-पूर्जे लगाए जा रहे हैं, जो पूरी तरह स्वदेशी हैं। नेशनल हाई-स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के प्रबंध निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि जून 2026 तक बुलेट ट्रेन का ट्रायल हो जाएगा। अगस्त 2027 से ट्रेन दौड़ने लगेगी।

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जापान के आर्थिक सहयोग और स्वदेशी कल-पूर्जे से बनाए जा रहे बुलेट ट्रेन के काम ने गति पकड़ ली है। एक चौथाई काम पूरा कर लिया गया है। पहली ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलेगी। गुजरात में 220 किमी की पायलिंग हो चुकी है। 120 किमी का पिलर बनकर तैयार है। महाराष्ट्र का काम भी रफ्तार में है। 98 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण हो चुका है।

यह दूरी अधिकतम तीन घंटे में तय की जा सकती है। वैसे ट्रेन की अधिकतम गति शक्ति 350 किमी प्रति घंटे होगी परंतु परिचालन की गति 320 किमी प्रति घंटा से ज्यादा नहीं होगी।

Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: 2027 से दौड़ेगी बुलेट ट्रेन

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Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: कुल स्टेशन

Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: अहमदाबाद से मुंबई के बीच कारिडोर की कुल लंबाई 508 किमी है, जिसका 348 किमी हिस्सा गुजरात, 156 किमी महाराष्ट्र एवं शेष चार किमी दादरा नगर हवेली में पड़ेगा। सफर में कुल 12 स्टेशन पड़ेंगे, जिनमें आठ गुजरात और चार महाराष्ट्र में होंगे।

  • गुजरात:- वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती
  • महाराष्ट्र:- मुंबई, ठाणे, विरार और बोईसर। मुंबई का स्टेशन भूमिगत होगा। शेष सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे।

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बेहद सुरक्षित होगी यह ट्रेन

Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: बुलेट ट्रेन को बेहद सुरक्षित बताया गया है, क्योंकि जापान में ऐसी ट्रेनों में हादसा न के बराबर होता है। मृत्यु दर शून्य है। इसलिए भारत के इंजीनियरों को भी जापान में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भारत-जापान में समझौते के अनुसार बुलेट ट्रेन के लिए जापान 0.1 प्रतिशत की दर पर 88 हजार करोड़ रुपये का साफ्ट ऋण दे रहा है, जिसे अगले 50 वर्ष में चुकाया जा सकेगा। कर्ज मिलने के 15 वर्ष बाद ऋण की अदायगी शुरू होगी।

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